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Prabh ke simran ridh sidh nau nidh

 

प्रभ कै सिमरन रिधि सिधि नउ निधि ॥

Prabh ke simran ridh sidh nau nidh

By doing this mantra every day 108 times you will be blessed by Guru Nanak Dev Ji and Guru Arjan dev ji and soon will be free from all the financial problems and you will have miraculous powers which will change your life and make you happy, healthy, famous and prosperous.

इस मंत्र को प्रतिदिन 108 बार करने से आपको गुरु नानक देव जी और गुरु अर्जुन देव जी की कृपा प्राप्त होगी और आप जल्द ही सभी आर्थिक समस्याओं से मुक्त हो जाएंगे और आपके पास चमत्कारी शक्तियां होंगी जो आपके जीवन को बदल देंगी और आपको स्वस्थ, प्रसिद्ध और समृद्ध बना देंगी। तो आइए बोले 

प्रभ कै सिमरन रिधि सिधि नउ निधि ॥

प्रभ कै सिमरन रिधि सिधि नउ निधि ॥

प्रभ कै सिमरन रिधि सिधि नउ निधि ॥





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  सतिगुरु होइ दइआलु -  Satguru Hoye Dayal Satguru Hoye Dayal Shabad lyrics पउड़ी ॥ सतिगुरु होइ दइआलु त सरधा पूरीऐ ॥ सतिगुरु होइ दइआलु न कबहूं झूरीऐ ॥ सतिगुरु होइ दइआलु ता दुखु न जाणीऐ ॥ सतिगुरु होइ दइआलु ता हरि रंगु माणीऐ ॥ सतिगुरु होइ दइआलु ता जम का डरु केहा ॥ सतिगुरु होइ दइआलु ता सद ही सुखु देहा ॥ सतिगुरु होइ दइआलु ता नव निधि पाईऐ ॥ सतिगुरु होइ दइआलु त सचि समाईऐ ॥२५॥ Satguru Hoye Dayal 11 times continues jaap. सतिगुरु होइ दइआलु त सरधा पूरीऐ 11 बार जाप॥ Satguru Hoye Dayal Shabad is a gift of Guru Amar Das JI. It is also present in Guru Garanth Sahib on Ang 149. This Shabad is from Amrit kirtan gutka in Raag Maajh on page 211 in the section of Satgur Guni Nidhaan heh. सतिगुरु होइ दयालु त सरधा पूरीऐ शबद है गुरू अमर दास जी की  दात ॥  यह  शबद गुरू ग्रंथ साहब अंग १४੯  पर  है ॥ यह  शबद है राग माझ अमृत कीरतन गुटका में  पन्ना २११ पर  "सतिगुर गुनी निधानु है" ॥  Satguru Hoye Dayal lyrics with meaning. सतिगुरु होइ दयालु  अर्थ पउड़ी ॥ सतिगुरु होइ दइआलु त सरधा पूरीऐ ॥ सरधा = सिधक, भरोसा। द

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